(PMMSY) Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023: Apply Online

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हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 10 सितंबर 2020 को मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के माध्यम से देश में मछली के उत्पादन और मत्स्य निर्यात के उद्योग में वृद्धि होगी जो भी मछुआ किसान हैं उनकी आय बढेगी और वे अपने जीवन में सुधार ला सकेंगे. इस आर्टिकल को पढ कर आप Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं

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Pradhan mantri matsya sampada yojana 2023

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) भारत सरकार द्वारा 10 सितंबर 2020 में देश में मछली पालन क्षेत्र के विकास और आधुनिकीकरण के उद्देश्य से शुरू की गई। इस योजना का उद्देश्य मछली के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना, किसानों के लिए बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करना और क्षेत्र की निर्यात क्षमता में सुधार करना है। PMMSY योजना में विभिन्न घटक शामिल हैं जैसे कि मछली पकड़ने के बंदरगाह और प्रसंस्करण संयंत्रों के लिए बुनियादी ढांचे का विकास, साथ ही मछली किसानों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना।

इस योजना के तहत प्रत्येक जनपद में 25 यूनिट बायोफ्लॉक बनवाए जाएंगे और तीन लघु रि सर्कुलेटरी सिस्टम लगाए जाएंगे ताकि इनको लगाने से मछली पालकों की आमदनी दो गुना हो जाएगी। और मत्स्य संपदा योजना 2023 के तहत मछली पालन करने वाले 10 लाभार्थियों को साइकिल और आइस बॉक्स के लिए ₹10000 प्रदान किए जाएंगे ताकि वह साइकिल से गांव व शहर घूम कर मछलियां बेच सकें और अपनी आय को ज्यादा बड़ा सकें।

Matsya Sampada Yojana key Highlights

योजना का नामप्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना
किसके द्वारा शुरू की गईप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा
आरंभ तिथि10 सितंबर 2020
योजना का उद्देश्यमछली का उत्पादन और मत्स्य निर्यात का उद्योग बढ़ाना
योजना के लाभार्थीमछुआ किसान
योजना का लाभबागवानी वस्तुओं को विशाल बर्बादी से रोकना
आवेदन का प्रकारऑनलाइन
अधिकारिक वेबसाइटwww.pmmsy.dof.gov.in

मत्स्य सम्पदा योजना का उद्देश्य (Objective)

इस योजना का मुख्यउद्देश्य मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि करने के साथ उनके जीवन में सुधार लाना है और इसके तहत बागवानी वस्तुओं की विशाल बर्बादी को रोकने में भी मदद मिलेगी। दरअसल सरकार इस स्कीम के अंतर्गत जलीय कृषि को बढ़ावा देना चाहती है, जिससे जलीय क्षेत्रों में व्यवसाय को एक बड़े पैमानें तक बढ़ाया जा सके। और इसी के साथ सरकार इस स्कीम के अंतर्गत मछलियों के रिटेल आउटलेट की एक वर्तमान रूपरेखा तैयार करना चाहती है।

मत्स्य सम्पदा योजना के लाभ एवं विशेषताएं

  • मत्स्य के क्षेत्र में उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि होगी।
  • मछुआरों और मछली पालकों को रोजगार के कई सरे नये-नये अवसर मिलेंगे।
  • इस योजना में मछुआरों और मछली पालन करने वालों की कमाई में बढ़ोतरी होगी।
  • मछली पालन करने वालों के जीवन में सुधार होगा।
  • इस योजना के अंतर्गत जलीय संसाधनों का बेहतर प्रबंधन होगा।
  • इस योजना के तहत बागवानी वस्तुओं की विशाल बर्बादी कम होगी।
  • वेंचर्स को बेहतर लागत देने और उनके वेतन को दोगुना करने में मदद मिलेगी।

पीएम मत्स्य संपदा योजना

प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) भारत सरकार द्वारा देश में मत्स्य पालन क्षेत्र में सुधार के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना की कुछ मुख्य बातें यहां दी गई हैं।

आधुनिक बुनियादी ढांचा विकास: PMMSY का उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र में मूल्य श्रृंखला में सुधार के लिए मछली लैंडिंग केंद्र, कोल्ड स्टोरेज और प्रसंस्करण संयंत्र जैसे आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।

निजी क्षेत्र की भागीदारी: यह योजना उत्पादन और उत्पादकता में सुधार के लिए मत्स्य पालन क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।

संरक्षण और सतत उपयोग: इस योजना में जलीय संसाधनों की लम्बे समय की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उनके संरक्षण और सतत उपयोग के उपाय शामिल हैं।

अंतर-राज्य सहयोग: यह योजना मात्स्यिकी क्षेत्र के एकीकृत विकास के लिए राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा देती है।

आय और रोजगार में वृद्धि: इस योजना का उद्देश्य मछुआरों और मछली पालक किसानों की आय और रोजगार सृजन में सुधार करना है, जिससे मछली पकड़ने वाले समुदायों के लिए बेहतर आजीविका का मार्ग प्रशस्त हो सके।

मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत लाभार्थी

  • मछुआरे
  • मछली किसान
  • मछली श्रमिकों और मछली विक्रेता
  • मत्स्य विकास निगम
  • राज्य पशुपालन विकास बोर्ड
  • केंद्र सरकार और इकाइयां
  • मत्स्य सहकारिता
  • मत्स्य पालन संघ
  • उद्यमी और निजी फर्म
  • मछली किसान उत्पादक संगठन
  • मत्स्य पालन क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह
  • एससी एसटी महिला अलग-अलग विकलांग व्यक्ति
  • राज्य सरकारों संघ शासित प्रदेशों और उनकी संस्थाओं

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लक्ष्य

प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) का मुख्य लक्ष्य मत्स्य उत्पादन में अतिरिक्त 70 लाख टन की वृद्धि हो और 2024 से 2025 तक मत्स्य निर्यात से होने वाली आय को करीब एक करोड़ रुपए तक बढ़ाना और जलीय संसाधनों के संरक्षण और मछुआरा समुदायों की आजीविका में सुधार करते हुए भारतीय मत्स्य क्षेत्र को टिकाऊ, लाभदायक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।

  1. मछली उत्पादन में वृद्धि: इस योजना का उद्देश्य देश में कुल मछली उत्पादन में वृद्धि करना है।
  2. निर्यात में वृद्धि: इस योजना का उद्देश्य उत्पादों की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करके मछली और मछली उत्पादों के निर्यात में वृद्धि करना है।
  3. मछुआरा समुदायों की बेहतर आजीविका: इस योजना का उद्देश्य मछुआरा समुदायों की आय और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करके उनकी आजीविका में सुधार करना है।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का बजट

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत लगभग 21 राज्यों से प्रस्ताव आए थे जिनमें से सरकार द्वारा सभी के प्रस्ताव स्वीकृत कर लिए गए हैं। और इन सभी प्रस्ताव को स्वीकृत करने पर सरकार के द्वारा 1681.32 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इस बजट को निर्धारित करने का मुख्य उद्देश्य है कि देश में मत्स्य संपदा की वृद्धि हो और हमारे देश के मछुआरे की आय में भी वृद्धि हो ताकि वे अपना जीवन – यापन अच्छे से कर सके।

PMMSY योजना के अंतर्गत आवेदन कैसे करे ?

इस योजना में आवेदन करने के लिए चरण निम्नलिखित हैं।

  • सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
  • इस होम पेज पर आपको आवेदन करें के बटन पर क्लिक करना है।
  • क्लिक करने के बाद आपके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुलकर आएगा।
  • इस फॉर्म में पूछे गए सभी जानकारी जैसे नाम, डेट ऑफ बर्थ, लिंग आदि दर्ज करना है।
  • संपूर्ण जानकारी दर्ज करने के बाद आपको अपने सभी दस्तावेज अपलोड करने हैं।
  • दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना है
  • इस प्रकार आपका आवेदन कम्पलीट हो जाएगा।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत कब की गई?

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत 10 सितंबर 2020 में की गई थी।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना किसने शुरू की है?

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने शुरू की है।

मत्स्य संपदा योजना का लाभ कैसे लें?

मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेने के लिए आपको आधिकारक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अभीष्ट लाभार्थी कौन हैं?

इस योजना का लाभ सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े, सक्रिय, पारंपरिक मछुआरे एवं मछली पालन करने वाले किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का उद्देश्य क्या है?

प्रधान मंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का उद्देश्य में देश में मछली पालन करने वाले किसानों और मछुआरों की आय को दो गुना तक बढ़ाना है।

मछली पालन में कितनी सब्सिडी है?

मछली पालन में तालाब पर 40% प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है यूपी सरकार ने अधिकतम राशि 4 लाख रुपए निश्चित की है। जिस पर 1 लाख 60000 तक की सब्सिडी किसानों को मिलती है।

मछली पालन के लिए कितना पैसा मिलता है?

मछली पालन के लिए यूपी सरकार ज्यादा से ज्यादा 4 लाख रुपए तक का लोन देती है जिसमें 1 लाख 60000 तक की सब्सिडी मिल जाती है।

मत्स्य पालन मंत्री कौन है UP?

यूपी के मत्स्य पालन मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला जी हैं।

मत्स्य पालन मंत्री कौन है MP?

MP के मत्स्य पालन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट जी हैं।

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About the Author

Sudheer Yadav

नमस्कार दोस्तों, मैं सुधीर यादव Netyojana.com का Technical Author & Co-Founder हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Graduate Student हूँ.

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